देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों को सलाह दी है कि वो गन्ने की खेती ना करें। क्यों? क्योंकि गन्ने की ज्यादा खेती के कारण शुगर (मीठे) खपत भी बढ़ती है। जिससे लोगों को डायबिटीज होती है।

इस लॉजिक का पोस्टमार्टम करें उससे पहले ये जान लीजिए कि मुख्यमंत्री के ये सलाह क्यों और कहां दी। दरअसल मंगलवार यानी 11 सितंबर को सीएम योगी दिल्ली-सहारनपुर राष्ट्रीय राजमार्ग का शिलान्यास करने बागपत पहुंचे थे।

बीजेपी का कोई काम बिना इवेंट का तो होता नहीं है। इसलिए इस शिलान्यास को भी समारोह बना दिया गया था।

CM योगी ने किसानों से कहा- गन्ने से डायबिटीज होती है, कुछ और उगाओ, कांग्रेस प्रवक्ता बोले- मुबारक हो, नया बिप्लब देब हुआ है

समारोह में सीएम योगी के अलावा डिप्टी सीएम केशव प्रशाद मोर्या और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद थे। क्योंकि समारोह बागपत में हो रहा था। और बागपत गन्ना किसानों की बदतर हालात के कारण अक्सर चर्चा में रहता है।

सीएम योगी को बागपत में कर्ज से मर रहे गन्ना किसानों को संबोधित करना था इसलिए उन्होंने कह दिया कि गन्ना की खेती करो ही मत। इसके लिए उन्होंने कारण बताया कि गन्ने की ज्यादा खेती के कारण शुगर (मीठे) खपत भी बढ़ती है। जिससे लोगों को डायबिटीज होती है।

अब सवाल उठता है कि क्या गन्ने की खेती कम होने से उसकी खपत भी कम हो जाएगी? और ये कैसै तर्क है कि शुगर से डायबिटीज होता है इसलिए उसका उत्पाद ही मत करो।

इस हिसाब से तो सभी अनाजों की खेती बंद कर देनी चाहिए क्योंकि उसे खाकर लोगों का वजन ज्यादा होता है, जिससे कई तरह की बिमारी होती है।

मिर्च मसालों की खेती बंद कर देनी चाहिए क्योंकि उसे खाकर लोगों को पाइल्स हो जाता है। सीएम योगी के तर्क को अगर सिरियसली ले लें तब तो जीना मुहाल हो जाएगा।

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