किसानों के 6500 करोड़ चुकाने की बजाय योगी सरकार ने गन्ना किसानों को डायबिटीज का हवाला देते हुए गन्ना न उगाने की सलाह दी थी. इस मामले पर किसान नेता बीएम सिंह ने इसपर तंज सीएम योगी को आड़े हाथों लिया है।

भारतीय किसान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीएम सिंह ने एक कार्यक्रम के दौरान योगी को हकीम कहा है। “हम तो उन्हें महंत सोचते थे पर वो तो बहुत बड़े हकीम निकले।

मुज़फ्फरनगर के एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुचें किसान नेता ने कहा- 14 दिनों में पेमेंट देने का दावा किया था और जब वह पैसे नहीं दिला पाए तो किसानों को गन्ना न उगाने की सलाह दे डाली।

अमेरिका जैसे आधुनिक देशों में आज भी अल्जाइमर और पीलिया जैसी बीमारियों के लिए गन्ने का रस दिया जाता है। यहाँ तक कि घी-चीनी का सेवन करते-करते आदमी 100 साल का हो गया लेकिन डायबिटीज का शिकार नहीं हुआ।

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पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बागपत रैली में किसानों से कहा था कि, लोगों में डायबिटीज की परेशानी बढती जा रही हैं तो किसानों को गन्ने को छोड़ अन्य फसलों पर ध्यान देना चाहिए।

बता दें कि गन्ना समिति के मुताबिक, उत्तरप्रदेश में 2017-18 में चीनी मीलों को 25,349.96 करोड़ रुपये में से 14 दिनों के अन्दर 22,879.99 रुपये देने थे। लेकिन किसानों को केवल 16,380.78 रुपये ही मिले और 6,500 करोड़ रुपये अभी बाकी हैं।

किसानों का कर्ज चुकाने की बजाए, योगी सरकार ने उनको गन्ने की खेती न कर अन्य अनाज की खेती पर ध्यान देने के लिए कह दिया था।

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