देश में पेट्रोल के दाम भले ही आसमान छू रहें हों, बेरोजगारी अपने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ चुकी हो। मगर मोदी सरकार के इशारों पर काम करने वाला गोदी मीडिया हर शाम अलग मुद्दों की बहस कर रही होती है।
राफेल डील से लेकर आत्महत्या करते किसानों को मीडिया कभी टीवी स्क्रीन पा प्रमुखता से जगह देते हुए नज़र नहीं आता है।
गोदी मीडिया के इस रवैये से नाराज़ पत्रकार गुरप्रीत गैरी वालिया ने सोशल मीडिया पर लिखा- ‘बड़ा ही अजीब हैं देश का मीडिया, विकास की बात कोई नही करता बस बातें होती है तो असली हिंदू नक़ली हिंदू राहुल की यात्रा राहुल की शिव भक्ति और आज ये भोले ओ भोले।’
गौरतलब हो कि इन दिनों गोदी मीडिया सरहद पर मारे गए जवानों की खबर टीवी स्क्रीन पर नहीं दिखाती। मगर कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्दू के पाकिस्तान जाने पर गद्दार ज़रूर करार देती है।
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मीडिया के निशाने पर सरकार होनी चाहिए मगर भारत में ऐसा नहीं होता। यहां मीडिया सत्ता के आगे नतमस्तक है और लोग उन्हें देखने के लिए मजबूर। ऐसी चर्चाओं से लोग घर बैठे तय कर ले रहे हैं कि कौन गद्दार है और कौन देशद्रोही।