भारतीय बैंकों को हज़ारों करोड़ का चूना लगाने वाले विजय माल्या ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर बड़ा आरोप लगाया है। माल्या ने कहा कि भारत छोड़ने से पहले उसने मामला सुलझाने के लिए वित्त मंत्री से मुलाकात की थी।

वेस्टमिंस्टर में प्रत्यर्पण की सुनवाई के बाद माल्या ने कोर्ट के बाहर कहा, “भारत छोड़ने से पहले मामले के निपटारे के लिए मैं वित्त मंत्री से मिला था।

मैंने बैंकों के साथ मामला सुलझाने के लिए दोबारा ऑफर भी दिया था। बैंकों ने निपटारे के प्रस्ताव वाली मेरी चिट्ठियों पर आपत्ति दर्ज की थी।”

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विजय माल्या के इस बयान के बाद बीजेपी को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। विपक्षी दल के नेताओं से लेकर देश की कई बड़ी हस्तियों ने माल्या-जेटली की मुलाकात पर सवाल खड़े किए हैं।

इसी क्रम में अब जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने प्रतिक्रिया दी है।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश के अरबपतियों से रिश्ते पर तीखी टिप्पणी करते हुए ट्वीट किया, “आपने ग़रीबों के घर में कोई चौकीदार देखा है कभी? मोदी जी भी हमेशा से अरबपतियों के ही चौकीदार रहे हैं।

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उन्होंने अंबानी-अडानी की दौलत की पूरी ईमानदारी से रक्षा की है। चाहे विजय माल्या हों या नीरव मोदी, वे ‘चौकीदार’ के भेस में सबके साझेदार हैं”।

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