उत्तर प्रदेश के सोनभद्र से पुलिस की बर्बरता का एक और मामला सामने आया है। यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे से पहले प्रदर्शन कर रहे छात्रों को पुलिस ने बेरहमी से दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। बताया जा रहा है कि छात्र विद्यालय में तय मेन्यू के मुताबिक खाना न मिलने को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।

दरअसल, पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय में तय मेन्यू के मुताबिक खाना न दिए जाने को लेकर छात्र वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग को जाम कर प्रदर्शन कर रहे थे।

छात्रों का यह प्रदर्शन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्वागत की तैयारियों में जुटी पुलिस को नागवार ग़ुज़रा। जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शन को खत्म करने के लिए बच्चों पर लाठियां भांजनी शुरु कर दी।

पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों को बेरहमी से दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। पुलिस द्वारा किए गए इस लाठीचार्ज में कई छात्र बुरी तरह चोटिल हो गए। उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने इस घटना की निंदा करते हुए राज्य की योगी सरकार पर निशाना साधा है।

कांग्रेस प्रवक्ता ओंकार नाथ सिंह ने बयान जारी कर कहा कि बच्चों पर लाठीचार्ज करवाकर राज्य सरकार ने उत्पीड़न की पराकाष्ठा कर दी। बच्चों पर लाठी चार्ज करवाकर सरकार ने संवेदनशीलता और मानवता को तार-तार कर दिया।

कांग्रेस नेता ने मांग की कि सरकार को अविलम्ब सोनभद्र के डीएम और एसपी समेत पुलिस के अन्य अधिकारियों को निलंबित कर कड़ी कार्रवाई की जाए।

वहीं, इस घटना की निंदा करते हुए आम आदमी पार्टी के नेता विपिन राठौर ने ट्वीट कर कहा, “राजकीय आश्रय पद्धति विद्यालय के छात्रों ने जब गुणवत्तापूर्ण भोजन की मांग की तो सत्ता के घमंड में चूर UP की भाजपा सरकार में उन्हें पेट भरने के लिए रोटी के बदले लाठियां दी गई”।

उन्होंने योगी सरकार को घेरते हुए कहा, “8-15 साल तक के बच्चों पर लाठीचार्ज शासन व प्रशासन की असंवेदनशीलता और उत्पीड़न की पराकाष्ठा को दर्शाता है”।

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