नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार हों या उद्योग के बड़े बड़े सेक्टर देश की अर्थव्यवस्था पर अपनी चिंता ज़ाहिर कर रहे है। वो मौजूदा मोदी सरकार से टैक्स में राहत की उम्मीद कर रहें है मगर मीडिया कुछ और ही गाना गाने में व्यस्त है।

ऐसा ही कुछ दिखने को मिला हिंदी न्यूज़ चैनल एबीपी न्यूज़ की डिबेट में, जहां देश की डूबती अर्थव्यवस्था के लिए मोदी सरकार को नहीं बल्कि कांग्रेस को ज़िम्मेदार बताया जा रहा है। एबीपी न्यूज़ ये काम कोई पहली बार नहीं कर रहा है। ऐसे बहस वो अक्सर करता रहता है जिसे देखने से लगता है कि ये बहस पूरी तरह से ‘फिक्स’ है।

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इससे पहले जब संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आरक्षण को लेकर बयान दिया था तब इसी न्यूज़ चैनल ने उस मुद्दे पर खुलेआम बहस की। जिस मुद्दे पर बड़े बड़े चैनल इशारों इशारों में बात करते है। बहस थी- ‘क्या आरक्षण को ख़त्म कर देना चाहिए?’ ये सवाल पूरी तरह से भ्रमित करने वाला था साथ ही साथ भड़काने वाला भी।

हालाकिं ये भी एक सच्चाई है कि मोदी सरकार आने के बाद न्यूज़ चैनलों की दुकान भी ऐसी चर्चाओं से चलती है। सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था के लिए कांग्रेस ज़िम्मेदार हो सकती है।मगर मोदी सरकार के 6 साल बाद भी सिर्फ वही ज़िम्मेदार है, ऐसा भी कहना गलत है।

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इसी मामले पर एक यूजर ने ट्विटर पर लिखा- 6 साल से मोदी सरकार है लेकिन, ABP न्यूज़ के मुताबिक अर्थव्यवस्था के बदहाली के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है।

न्यूज़ चैनलों को पता है कि मोदी सरकार के द्वारा लिए गए फैसलों से देश को नुकसान हुआ। नोटबंदी से कई लोग बेरोजगार हुए, जीएसटी की जटिलताओं की वजह से लोगों के अपना कारोबार बंद करना पड़ा।

मगर ये न्यूज़ चैनल हमेशा मोदी सरकार के साथ चट्टान की तरह खड़े रहे। इस दौरान अगर किसी ने चैनल में रहते ऐसे सवाल उठाए तो उन्हें चैनल से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।

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