तीन दिसंबर, 2018 को बुलंदशहर के स्याना में भड़की हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी गई थी। इस हत्या को अभी एक साल भी नहीं गुज़रे हैं और हत्यारोपी सुमित सिंह की प्रतिमा को स्थापित कर उसकी पूजा अर्चना शुरु कर दी गई है।
दरअसल, स्याना हिंसा में सुमित सिंह की भी गोली लगने से मौत हो गई थी। सुमित की मौत के बाद उसके परिजनों ने सरकार से उसे शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग की थी। लेकिन जब सुमित को इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या में आरोपी पाया गया तो सरकार ने उसके परिजनों की मांग को खारिज कर दिया।
जिसके बाद अब सुमित के परिजनों सुमित को खुद ही गौ रक्षक शहीद का दर्जा देकर मूर्ति स्थापना करवा दी है। सुमित के परिवारीजन ने अपने निजी परिसर में उसकी प्रतिमा स्थपित की है और उसकी पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
BIG BREAKING: Statue of Inspector Subodh’s alleged killer installed, inaugurated in Bulandshahr. Sumit, accused of murdering Subodh, has been hailed as Shaheed Gaurakshak!
Meanwhile, father of Sumit says he will convert and commit suicide if the family’s demands r not met! pic.twitter.com/eDOlQxr30T
— Prashant Kumar (@scribe_prashant) October 28, 2019
इस मामले में मृतक सुमित के पिता अमरजीत सिंह ने कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीबीआई जांच कराने की घोषणा की थी, लेकिन यह भी आश्वासन ही साबित हुआ। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि वह आने वाले 3 दिसंबर को धर्म परिवर्तन के साथ ही आत्महत्या कर लेंगे।
अमरजीत ने योगी सरकार के सामने चार मांगे रखी हैं। उनका कहना है कि सुमित को शहीद का दर्जा दिया जाए। मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए। सुमित के छोटे भाई को सरकारी नौकरी दी जाए। इसके साथ ही परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवज़ा दिया जाए।