सत्ता में बैठे नेताओं की नाकामी अब खुद उनके घर पहुँचने लगी है। बिहार की राजधानी पटना में हो रही लगातार मूसलाधार बारिश से बाढ़ के हालत पैदा हो गए है।
आम जनता के साथ साथ अब सत्ता में बैठे नेता भी इसका शिकार होने लगे है। मामला पटना (Patna) के राजेन्द्र नगर इलाके का है जहां सूबे के उप-मुख्यमंत्री पिछले चार दिनों से फंसे हुए थे आज उन्हें एनडीआरएफ (NDRF) की टीम ने निकाला है।
बिहार बाढ़ : रोड पर खड़े दिखे सुशील मोदी, लालू बोले- ग़रीबों का घर उजाड़ने वाले आज रोड पर आ गए
दरअसल बिहार के कई इलाकों में पिछले कई दिनों ने बारिश हो रही है। अस्पताल थाना जेल मॉल हर जगह पानी भर चुका है। इलाकों में लगातार बढ़ रहे जलस्तर के कारण शहर में ही हजारों की संख्या में लोग अपने घरों में फंस गए हैं। ऐसे में एनडीआरएफ और अन्य आपदा प्रबंधन की टीमें युद्धस्तर पर लोगों के रेस्क्यू का काम कर रही हैं।
इनमें आम लोगों के साथ साथ खास लोग यानी की उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी शामिल हो गए। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो उप मुख्यमंत्री जो पटना के राजेंद्र नगर इलाके में थे और पिछले चार दिनों से पानी के चलते फंसे हुए थे। बाद में एनडीआरएफ की टीम वहां पहुंची और नाव पर बैठा कर उन्हें किनारे पर छोड़ा। सूत्रों के अनुसार, इस दौरान उनका परिवार भी उनके साथ था।
पटना को ‘पेरिस’ बनाने का दावा करने वाले सुशील मोदी भी झोला लेकर सपरिवार सड़क पर आ गए हैं
बिहार में आई बाढ़ पर आध्यात्मिक गुरु एवं कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ट्वीट कर कहा, बाढ़ से बिहार बेहाल है,पटना में “हाहाकार” है, क्या इसके लिये भी “नेहरु” ज़िम्मेदार है।
बाढ़ से बिहार बेहाल है,पटना में “हाहाकार” है, क्या इसके लिये भी “नेहरु”
ज़िम्मेदार है.— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) October 1, 2019
बता दें कि बिहार के कई बारिश के कारण में हालात गंभीर बने हुए हैं। मरने वालों का आंकड़ा 29 तक पहुंच गया है। मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि अभी बारिश से राहत नहीं मिलेगी,
आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, गया में 6 लोगों की मौत हुई है। इसमें 5 लोगों की मौत एक दीवार के नीचे दबने से हुई है। वहीं एक आदमी की मौत नदी में बहने के कारण हुई है।
Are we so mentally deranged that we are supporting the fascists who have made our lives hell?? Are we hell bent to commit hara-kiri??