‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम के बाद से भारतीय मीडिया जिस अमेरिका का गुणगान करते नहीं थक रहा था, उस अमेरिका ने जम्मू-कश्मीर में भारत के कदम को सही नहीं माना है। अमेरिका चाहता है कि भारत कश्मीर में लगाए गए प्रतिबंधों को हटा ले।

अमेरिका के विदेश मंत्रालय में दक्षिण एशियाई मामलों की एक शीर्ष अधिकारी एलिस वेल्स ने कहा कि अमेरिका चाहता है कि भारत जम्मू-कश्मीर में लगाए गए प्रतिबंधों को हटाए और गिरफ्तार किए गए लोगों को रिहा करे। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि भारत इस दिसा में तेज़ी से कदम उठाएगा। इसके साथ ही अमेरिका की ओर से कश्मीर के मुद्दे पर मध्यस्थता की पेशकश भी की गई।

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ग़ौरतलब है कि अमेरिका का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र को संबोधित करेंगे। अमेरिका के इस स्टैंड से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की थी।

एलिस वेल्स ने कहा कि अगर दोनों पक्ष डोनाल्ड ट्रंप से मध्यस्थता करने को कहते हैं तो वो तैयार हैं। हालांकि उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि भारत किसी भी तरह की मध्यस्थता की पेशकश को खारिज करता आया है।

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वेल्स ने कहा कहा कि अमेरिका जम्मू-कश्मीर में नेताओं और कारोबारियों को हिरासत में लिए जाने और आम लोगों पर प्रतिबंध लगाए जाने से चिंतित है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने कश्मीर को लेकर ”शीर्ष स्तर” पर चिंताएं व्यक्त की है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि ट्रंप ने मोदी से मुलाकात के दौरान कश्मीर का मुद्दा उठाया था या नहीं।

बता दें कि अमेरिका के ह्यूस्टन में रविवार को ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शिरकत की थी।

इस दौरान दोनों नेताओं ने 50,000 से अधिक भारतीय-अमेरिकियों को संबोधित करते हुए एक-दूसरे की जमकर तारीफ़ की थी। इस कार्यक्रम को भारतीय मीडिया ने कश्मीर मुद्दे पर भारत की बड़ी कामयाबी के तौर पर पेश किया था।

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