उत्तर प्रदेश से मिड-डे मील में घोटाले का एक और वीडियो सामने आया है। वीडियो सीतापुर का बताया जा रहा है। जिसमें दावा किया जा रहा है कि बच्चों को मिड-डे मील में तहरी की जगह हल्दी का पानी दिया जा रहा है।
आदित्य जयराम तिवारी नाम के एक शख्स ने इस वीडियो को शेयर किया है। अपनी प्रोफाइल में ख़ुद को पत्रकार बताने वाले आदित्य ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “यूपी: सीतापुर-उत्तर प्रदेश के मिड डे मील की लापरवाहियों की एक और तस्वीर-तहरी की जगह हल्दी का पानी पीला रहे हैं बच्चो को! स्कूल में बन रहे मिड डे मील में घोर लापरवाही, मेन्यू के हिसाब आज बनाई तहरी गई थी,तहरी के नाम पर बच्चो को पिलाया हल्दी का पानी”।
वीडियो वायरल-यूपी: सीतापुर-उत्तर प्रदेश के मिड डे मील की लापरवाहियों की एक और तस्वीर-तहरी की जगह हल्दी का पानी पीला रहे हैं बच्चो को!
स्कूल में बन रहे मिड डे मील में घोर लापरवाही, मेन्यू के हिसाब आज बनाई तहरी गई थी,तहरी के नाम पर बच्चो को पिलाया हल्दी का पानी, pic.twitter.com/dyAYOAGcCZ— आदित्य जयराम तिवारी (@adityatiwaree) October 12, 2019
मिड-डे मील में घोटाले का ये कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले मिर्ज़ापुर से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था। जिसमें एक स्थानीय पत्रकार पवन जायसवाल ने मिर्जापुर के एक प्राइमरी स्कूल में बच्चों को मिड-डे मील में नमक-रोटी दिए जाने का ख़ुलासा किया था।
हालांकि उनके इस ख़ुलासे से प्रशासन नाराज़ हो गया था और उनके ख़िलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई थी। पत्रकार के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई को लेकर ज़िलाधिकारी अनुराग पटेल ने बेतुकी सफाई भी दी थी।
UP में सुरक्षित नहीं पत्रकारिता! मिड-डे मील में नमक-रोटी का वीडियो बनाने वाले पत्रकार पर मुकदमा
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि ‘जनसंदेश’ अखबार के पत्रकार पवन जायसवाल ने प्रिंट मीडिया के बजाए ख़बरिया चैनल की तरह वीडियो वायरल किया था। पत्रकार को अपने समाचार पत्र में फोटो सहित समाचार छापना चाहिए था, जबकि उन्होंने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इससे लगता है कि वह किसी तरह की साज़िश में शामिल थे।
हालांकि पत्रकार के खिलाफ़ की गई इस कार्रवाई के विरोध में स्कूल के अभिभावक से लेकर देशभर के कई पत्रकार उतर आए थे। इन लोगों का कहना था कि प्रशासन अपनी लापरवाही को छुपाने के लिए सच की आवाज़ को दबाना चाहता है।