पिछले साल जून महीने से रासुका के मामले में जेल में बंद दलित कार्यकर्त्ता और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर को उत्तर प्रदेश पुलिस ने शुक्रवार रात रिहा कर दिया है। चंद्रशेखर को रात में करीब पौने तीन बजे रिहा किया गया।

बता दें, कि वह बीते साल भर से साहरनपुर की जेल में बंद थे। उनको मई 2017, में सहारनपुर में जातीय दंगा फैलाने के आरोप में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासूका) के तहत जेल भेजा गया था।

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मगर जेल से बाहर आते ही चंद्रशेखर ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने अपने लोगों से भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकने की अपील की। उन्होंने रिहाई के तुरंत बाद सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर जोरदार हमला बोला।

उन्होंने ने कहा कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराना है। भाजपा सत्ता में तो क्या विपक्ष में भी नहीं आ पाएगी। भाजपा के गुंडों से लड़ना है।उन्होंने कहा कि सामाजिक हित में गठबंधन होना चाहिए।

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रावण के नाम से मशहूर चंद्रशेखर ने आशंका जताई है कि सरकार फिर से उनके खिलाफ कोई आरोप दायर कर जेल भिजवा सकती है। चंद्रशेखर की रिहाई के दौरान भीम आर्मी के समर्थक काफी संख्या में जेल के बाहर जमा रहे। कई राजनीतिक दल लगातार इनकी रिहाई की मांग कर रहे थे।

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