भारत में एक कहावत है कि ‘जैसा बोओगे वैसा काटोगे।’ ऐसा ही कुछ भाजपा के साथ हो रहा है। उनको वादे से लेकर उनके नारे तक आज उनके खिलाफ नज़र आ रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने गुरुवार को कहा चौकीदार ही चोर है।

इस तरह की भाषा का इस्तेमाल राजनीति में नहीं होना चाहिए। लेकिन ये ‘चोर’ शब्द वही पार्टी ले आई है जो आज राहुल गाँधी पर उंगलियाँ उठा रही है।

यूपीए सरकार के समय जब तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर कोयला आवंटन में घोटाला करने का आरोप लगा तो भाजपा और उसके समर्थकों की ओर से मनमोहन सिंह को ‘कोयला चोर’ कहा गया था।

लेकिन समय किसी का नहीं होता और आज वो प्रधानमंत्री मोदी के साथ बेफवाई कर बैठा है। प्रधानमंत्री मोदी पर राफेल विमान समझौते में घोटाला का आरोप है। इसी को लेकर उन्हें चोर कहा जा रहा है।

भाजपा और उसके समर्थक इस बात पर आपत्ति जाता रहे हैं, जो ठीक भी है। लेकिन आपत्ति और प्रधानमंत्री के पद के लिए गरिमा तब कहाँ गई थी जब इन्होंने इस तरह की भाषा को राजनीति में इस्तेमाल किया था।

इसीलिए आज वो अपना बोया काट रहे हैं। अब हद ये हो चली है कि लोग सोशल मीडिया तक पर प्रधानमंत्री मोदी को चोर कह रहे हैं। ये सब फ़्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ‘फ्रांस्वा ओलांद’ के बयान के बाद हुआ है।

बता दें, कि अभी तक मोदी सरकार का कहना था कि राफेल विमान समझौते में अनिल अम्बानी की कंपनी ‘रिलायंस डिफेन्स लिमिटेड’ का नाम हमने फ़्रांस को नहीं दिया था बल्कि फ़्रांस की कंपनी ‘डासौल्ट’ ने खुद उसे अपना पार्टनर चुना था।

लेकिन इस समझौते के समय फ़्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रांसा ओलांद ने न्यूज़ संगठन ‘मीडियापार्ट’ के साथ इंटरव्यू में कहा है कि फ़्रांस ने रिलायंस को खुद नहीं चुना था बल्कि भारत सरकार ने रिलायंस कंपनी को पार्टनर बनाने का प्रस्ताव दिया था।

जो सोशल मीडिया 2014 चुनावी अभियान में तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह के खिलाफ नज़र आता था वो ही आज पीएम मोदी को चोर बता रहा है।

राफेल मामले पर फ्रांस्वा ओलांद का बयान सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर #Mera_PM_Chor_Hai है शुरू हो गया है। यहाँ तक कि लोग अपने हाथ पर ये बात लिखकर उसकी तस्वीरें पोस्ट कर रहे हैं।

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