सुस्त अर्थव्यवस्था के कई कारण कहे जा सकते हैं। अर्थशास्त्री इसके पीछे की वजह जीएसटी और नोटबंदी बता रहें है। मगर मुख्यमंत्री योगी ने सुस्त मंदी के पीछे भी मुगलों का हाथ बता दिया है। योगी ने कहा कि मुगलकाल शुरू होने से पहले विश्व व्यापार में भारत की भागीदारी एक तिहाई से ज्यादा यानी 36 फीसदी के करीब थी, फिर अंग्रेजों के आने के बाद ये 20% रह गया।
दरअसल सीएम योगी वर्ल्ड हिंदू इकॉनमिक फोरम-2019 के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस दौरान कहा कि मुगलकाल शुरू होने से पहले विश्व व्यापार में भारत की भागीदारी एक तिहाई से ज्यादा यानी 36 फीसदी के करीब थी।
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आजादी के वक्त कुछ अर्थशास्त्रियों ने टिप्पणी की थी और उन्होंने कम ग्रोथ रेट को हिंदू ग्रोथ रेट बताया था। अंग्रेजों ने भारत के ग्रोथ रेट को सिर्फ 4 प्रतिशत बढ़ाया, लेकिन मोदी सरकार में भारत के अंदर कई परिवर्तन हुए हैं।
उन्होंने कहा कि यूपी में बेशुमार संभावनाएं हैं। खेती-किसानी से लेकर कारोबार और पयर्टन में यूपी देश में अहम स्थान रखता है। यूपी में इन्वेस्टर्स समिट के बाद दो लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव जमीन पर उतारे जा चुके हैं।
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अब सुस्त अर्थव्यवस्था के पीछे वजह चाहे जो कुछ हो मगर गलती या तो मुगलों की होगी या तो फिर नेहरु-गांधी परिवार की। ऐसे में सीएम योगी गलती चाहे किसी की भी दें मगर सच यही है नोटबंदी और जीएसटी के कारण ही अर्थव्यवस्था कमजोर हुई है।
Really this shit is told by a CM. India was very well setup by mughal in that time india was a self sufficient in itself.we don’t need to import products .in that time we are export our goods to others country that’s why British came to indian for business.
Plz honble CM sir first study then speak.
With no proper knowledge of history, any sort of comments maybe possible. One must study the history and historical facts before giving such verdict.