मोदी सरकार के कामकाज की वीडियो दिखाकर पोल-खोल करने वाले राज ठाकरे अब मुश्किल में है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोहिनूर सीटीएनएल लोन मामले से जुड़ी पूछताछ में हिस्सा लेने के लिए नोटिस भेजा है। ईडी ने राज ठाकरे को 22 अगस्त तक पेश होने के लिए कहा है।

दरअसल ईडी सरकारी क्षेत्र की कंपनी IL&FS की ओर से मुंबई की कोहिनूर CTNL कंपनी को दिए 860 करोड़ रुपये के लोन और इन्वेस्टमेंट की जांच कर रहा है। ईडी कंपनी के शेयर होल्डिंग और निवेश की जांच कर रहा है। जिसमें दो नेताओं को जांच के लिए बुलाया है।

कोहिनूर मिल्स नंबर 3 को खरीदने के लिए शिवसेना के वरिष्ठ नेता मनोहर जोशी के बेटे उन्मेष जोशी, एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे और उनके करीबी राजन शिरोडकर ने मिलकर साल 2003 में सौदा किया था जिसमें IL&FS ने 225 करोड़ का निवेश किया था। कुल मिलाकर कोहिनूर मिल की वो जमीन 421 करोड़ में खरीदी गई।

उन्मेष जोशी की कंपनी कोहिनूर सीटीएनएल पर आरोप है कि उसने अपने माध्यम से कोहिनूर मिल की जमीन खरीदी गई थी। इस पर कोहिनूर स्क्वायर नाम की बहुमंजिला इमारत बनाई गई। इस मामले को लेकर ईडी ने अभी तक कई लोगों के बयान दर्ज किए हैं। इससे पहले मामले में ईडी कई लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है।

पत्रकार राजदीप सरदेसाई का ट्वीट

राज ठाकरे वही शख्स है जिन्होंने साल 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन किया था। मगर पांच साल के कार्यकाल के बाद राज ठाकरे मोदी सरकार पर निशाना साधने लगे। ठाकरे ने बीते लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार के वादों वाले बयानों का वीडियो चलाकर बताने की कोशिश की कैसे प्रधानमंत्री मोदी के सभी वादे खोखले निकले और बेरोजगारी बढ़ी है।

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