बीजेपी जम्मू-कश्मीर से लेकर देश की ज़्यादातर समस्याओं के लिए पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को ज़िम्मेदार ठहराती रही है। बीजेपी का दावा तो यहां तक है कि पाकिस्तान का प्रभाव भारतीय चुनावों में भी है।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने हाल ही में कहा था कि पाकिस्तान राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बना कर मोदी सरकार को हटाना चाहता है।
बीजेपी ने छोटे से मुल्क पाकिस्तान का डर दिखाकर वोटों का ध्रुवीकरण करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। लेकिन अब बीजेपी के ही एक नेता एवं जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पार्टी के दावों के उलट कहा है कि राज्य की समस्याओं के लिए पाकिस्तान ज़िम्मेदार नहीं है। उनका दावा है कि सूबे की समस्या रोज़गार और भ्रष्टाचार है।
पटना विश्वविद्यालय में न्यू इनसेंटिव इन जम्मू-कश्मीर विषय पर आयोजित स्पेशल लेक्चर कार्यक्रम में सत्यपाल मलिक ने कहा कि जम्मू-कश्मीर जाने पर उन्हें वहां कि समस्याओं का ज्ञान हुआ।
वहां भ्रष्टाचार चरम पर है। दिल्ली से जो पैसा सूबे के लिए आता है वह विकास के लिए इस्तेमाल नहीं होता। अगर पैसों का सही इस्तेमाल हुआ होता तो आज कश्मीर सोने का होता।
मलिक ने कहा कि सूबे की दूसरी सबसे बड़ी समस्या बेरोज़गारी है। वहां शाम के 6 बजे के बाद युवाओं के पास कोई काम नहीं है। उन्होंने कहा कि वहां के युवाओं के भटकने के पीछे की मूल वजह वहां तेज़ी से फैला भ्रष्टाचार और बेरोज़गारी है।
राज्यपाल ने सूबे में पनपते आतंकवाद के लिए भी बेरोज़गारी को ज़िम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि नौकरी ना होने की वजह से हथियार उठाये हुए नौजवानों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए मैंने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भी बात की है।