उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था दिनों-दिन विकराल रूप लेती जा रही है। आलम ये है कि राजधानी लखनऊ में ऐसा कोई दिन नहीं बीत रहा जिसमें हत्या ना हो रही हो। सीएम योगी आदित्यनाथ का तथाकथित ‘रामराज्य’ हत्या राज हो गया है। ताजा मामला लखनऊ का है जहां हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी का गला रेत कर बहुत ही क्रूर तरीके से हत्या कर दी गई है।

खुर्शीद बाग इलाके में स्थित हिन्दू समाज पार्टी कार्यालय में चाय पीने के बहाने आए गुंडे मिठाई के डब्बे में चाकू और तमंचा लेकर आए थे। सीसीटीवी फुटेज में साफ़ दिखाई दे रहा है कि दो बदमाश भगवा कपडे पहन कर आए। घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश फरार हो गए। ये वारदात राजधानी लखनऊ में हुई है जहां चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा है।

मृतक को फौरन ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक कमलेश तिवारी की हत्या इतनी बेहरमी से की गईं हैं कि, तस्वीरों को देख पाना मुश्किल है। लखनऊ पुलिस हमलावरों की तलाश में जुट गई है। घटना स्थल से हत्या के लिए इस्तेमाल किया गया तमंचा और कारतूस बरामद किए गए हैं।

कमलेश तिवारी के गले को किसी धारदार हथियार से रेता गया है, साथ ही सीने पर तीन गोली के निशान हैं। बता दें कि, कमलेश तिवारी 2015 में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपतिजनक बयान देकर सुर्ख़ियों में आए थे। इस बयान को लेकर काफी हंगामा हुआ था, इसके चलते उनपर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगे थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उसपर से रासुका हटा दिया था। बाद में कमलेश की गिरफ्तारी भी हुई थी। गिरफ्तारी के बाद कमलेश जमानत पर रिहा चल रहे थे।

गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने योगी सरकार से नाराज होकर कहा कि, “ऐसा लगता कि राज्य सरकार चाहती ही नहीं कि वहां कानून हो। पीठ ने कहा, लगता है वहां जंगलराज है। हम यूपी सरकार से परेशान हो गए हैं।“

योगीराज में इनदिनों दबंगों की गुंडागर्दी के पीछे लचर कानून व्यवस्था इसलिए भी मानी जा रही है क्योंकि घटना के बाद भी न गंभीरता दिखाई जा रही है न संवेदनशीलता।

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