गुरुवार को केंद्रीय जाँच एजेंसी इंटेलीजेंस ब्यूरो (IB) ने उन्नाव पीड़िता का रायबरेली में हुए एक्सीडेंट में बड़ा खुलासा किया है। IB ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है कि, कार और ट्रक का एक्सीडेंट हादसा नहीं बल्कि साजिश थी। इस एक्सीडेंट के तार सीधे BJP विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उसके 10 करीबियों से जुड़े हैं।
राज्य सरकार के अनुरोध पर सीबीआई इस केस की जाँच कर रही है। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को आदेश दिया है कि एक्सीडेंट की जाँच 7 दिन के भीतर संपन्न करें।
#रायबरेली कांड पर IB की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, कार हादसा नहीं साजिश थी एक्सीडेंट. #UnnaoCase
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) August 1, 2019
वहीं आज केजीएमयू अस्पताल ने मेडिकल बुलेटिन जारी कर जानकारी दी है कि, पीड़िता और उसके वकील की हालत स्थिर बनी हुई है। दोनों की स्थिति गंभीर है। दोनों घायलों को दिल्ली एम्स लाया जा सकता है।
बता दें कि उन्नाव पीड़िता का लगभग पूरा परिवार ख़त्म हो गया है। अब वो खुद अस्पताल में अपनी जिंदगी की लड़ाई लड़ रही है। लेकिन राजनीति करने वाले अपनी सुविधा अनुसार राजनीति चमका रहे हैं। प्रथम द्रष्टया पीड़िता को उसके परिवार से साथ ट्रक से मारने की पूरी कोशिश की गई है।
उन्नाव की बेटी का पूरा परिवार ख़त्म कर दिया गया! संसद में चिल्लाने वालीं महिला सांसद कहां हैं ?
लड़की के चाचा और परिवार ने कुलदीप सेंगर पर मरने का आरोप लगाया है। लेकिन इतने दिनों के भारी विरोध के बाद बीजेपी ने विधायक को पार्टी से निकाला है।
गौरतलब है कि, बीते रविवार को पीड़िता की कार को एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी, जिसमें उसकी चाची और मौसी की मौत हो गई थी और पीड़िता और उसके वकील गंभीर रूप से घायल हैं। जिस ट्रक से टक्कर मारी गई है उसकी नंबर प्लेट काले रंग से पेंट कर दी गई थी। ताकि ट्रक को कोई जल्दी से पहचान ना पाए।
अगर सरकार पहले सचेत रहती तो पीडिता को खतरनाक अंजाम नहीं भुगतना पडता।