मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने वाली पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी को प्रेस फ्रीडम अवार्ड रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स 2018 के लिए नॉमिनेट किया गया है।

इस अवार्ड के लिए दुनियाभर से 16 लोगों को नॉमिनेट किया गया है। जिसमें पत्रकार, मीडिया संस्थाएं और एनजीओ के नाम शामिल हैं। यह अवार्ड 8 नवंबर को लंदन के गेटी इमेजेस गैलरी में दिया जाएगा।

स्वाति चतुर्वेदी पहली भारतीय हैं जिन्हें उनकी किताब ‘आई एम अ ट्रोल’ के लिए नॉमिनेट किया गया है। इस किताब में उन्होंने सत्ताधारी बीजेपी की ऑनलाइन सेना का ख़ुलासा किया है।

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प्रेस फ्रीडम अवार्ड उन लोगों को दिया जाता है जो साहस दिखाते हुए बिना किसी दबाव के प्रभावशाली काम करते हैं। इस अवार्ड को देने वाली संस्था आरएसएफ़ ने इस बार यह सारे गुण भारतीय पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी में भी देखे। जिसके चलते उन्हें नॉमिनेट किया गया है।

आरएअएफ़ ने बयान जारी कर कहा, “भारत में कई खुलकर बोलने वाले पत्रकारों की तरह चतुर्वेदी ऑनलाइन उत्पीड़न की शिकार रही हैं। उन्होंने पत्रकारीय हथियारों का इस्तेमाल कर इसका जवाब दिया।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली हिंदू राष्ट्रवादी पार्टी बीजेपी, जो ट्रोल सेना रखने के लिए जानी जाती है, के भीतर ‘आईटी सेल’ की जांच की।”

1 COMMENT

  1. Very nice…jaankar bda achcha lga ki Bharat me koi patrakar bhi hai…bjp aur Modi Sarkar ne to patrakarita ko chatukarita bna daala…Desh ke chautha stambh ki choole hil chuki hai… please save it…

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