जब से केंद्र और राज्य में बीजेपी की सरकार आई है तब से ऐसा लग रहा है कि अंबानी का राज चल रहा है।
राफेल डील हो या फिर 80 हजार करोड़ की पनडुब्बी डील, अंबानी को प्राथमिकता देकर ऐसे ही मोदी सरकार फजीहत करा चुकी है। अब उसी के नक्शे कदम पर राज्य सरकार भी चलते दिखाई दे रही है।
चौराहों के बीचोंबीच जियो का टावर गाड़ दिया जा रहा है, जिससे यातायात में तमाम परेशानियां हो रही हैं। बिना चबूतरे की बने इन टावर से कोई भी गाड़ी टकरा सकती है और बड़ा हादसा हो सकता है।
मुझको 5000 करोड़ और NDTV को 10,000 करोड़ की मानहानि से डराने वाले अंबानी, न मैं डरूंगा न NDTV
खैर, इस तरह के हादसे में जाने वाली जानें अंबानी के मुनाफे से ज्यादा कीमती नहीं हो सकती। कम से कम बीजेपी सरकार का तो यही मानना है । ये तस्वीर इलाहाबाद स्थित तेलियरगंज चौराहे की है, जहां बीचों-बीच जिओ का टावर गाड़ दिया गया है।
बताया जा रहा है कि ऐसे ही तमाम चौराहों पर किया जा रहा है। योगीराज में इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया जा रहा है तो अपनी प्राथमिकताएं क्यों नहीं बदल पा रहे हैं? कब तक उद्योगपतियों के हितों को प्राथमिकताएं मिलती रहेंगी ?