कश्मीरी शख़्स “आजतक मैंने जो कुछ किया है वो अपने बच्चों के लिए किया है। आजतक मैंने उन्हें अपने से दूर नहीं किया। आज दो दिन से वो मुझसे दूर है। ये दो दिन दो साल की तरह हैं। उसने क्या जुर्म किया है? वह पढ़ के आता था और मज़दूरी पर जाता था। ख़ुद कमाता था और मां-बाप को ख़ुश रखता था। उनको बोलिये मबहबानी करके उनको छोड़ दें”।
यह बातें वॉशिंगटन पोस्ट से कश्मीरी निसार अहमद मीर नाम के कश्मीरी शख्स ने कही। निसार अहमद ने अख़बार को बताया कि उसके नाबालिग़ बेटे दानिश को 24 अगस्त को भारतीय पुलिसवाले उठा ले गए। निसार ने कहा कि दो दिन बीत जाने के बाद भी उसका बेटा घर नहीं आया है। वह अपने बेटे के लिए बहुत परेशान हो रहा है, लेकिन उसे उसकी कोई ख़बर नहीं है।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से वहां स्थानीय लोगों को प्रताड़ित किए जाने की लगातार ख़बरें सामने आ रही हैं। वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, 5 अगस्त से 29 अगस्त के बीच तीन हज़ार लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है, जिनमें कई नाबालिग़ भी शामिल हैं।
इससे पहले बीबीसी ने अपनी एक रिपोर्ट में स्थानीय लोगों के हवाले से बताया था कि जम्मू-कश्मीर में तैनात सुरक्षाकर्मी युवाओं को जबरन उनके घरों से उठाकर उनकी बेरहमी से पिटाई कर रहे हैं।
कथित तौर पर सुरक्षाकर्मियों की प्रताड़ना का शिकार हुए एक युवक ने बीबीसी को बताया, “आधी रात में सुरक्षाबल के लोग उसे और उसके भाई को घर से उठा ले गए। उन्होंने हमारी पिटाई की। हम उनसे पूछ रहे थे कि हमने क्या किया है। आप गांव वालों से पूछ सकते हैं, यदि हम झूठ बोल रहे हैं या हमने कुछ गलत किया है तो। लेकिन वो कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे, उन्होंने कुछ नहीं कहा, वो बस हमें पीटते रहे।”
“उन्होंने हमारे शरीर के हर हिस्से को पीटा। उन्होंने हमें लात मारी, लाठियों से पीटा, बिजली के झटके दिए, केबल से हमें पीटा। उन्होंने हमें पैरों के पीछे मारा। जब हम बेहोश हो गए तो उन्होंने होश में लाने के लिए बिजली के झटके दिए। जब उन्होंने हमें डंडों से पीटा और हम चीख उठे तो उन्होंने कीचड़ से हमारा मुंह बंद कर दिया।”
“हमने उन्हें बताया कि हम बेकसूर हैं। हमने पूछा कि वो ऐसा क्यों कर रहे हैं? लेकिन उन्होंने हमारी नहीं मानी। मैंने उनसे कहा कि हमें मारो मत, बस हमें गोली मार दो। मैं खुदा से मना रहा था कि वो हमें अपने पास बुला ले क्योंकि यातना बर्दाश्त के बाहर थी।”
कश्मीर के पण्डितो के दुखो के बारे में क्यो नही लिखते
Are bhaiya jab desh Azad hua tha to kitno n apna pariwar khoya tha Aapka beta kinda h na mil Jayega ye desh k liye kasht to uthana padega.ye news nahi tumhe kahna Chahiye ish desh par kitne bete kurban ye media MC hai Jo ish khabar ko de rahi hai are kitane lal tumhari Raksha k liye khade hai unka kya jinka pariwar ko.kitanr saal m dekhte hai mother chod ….
حسبنا الله ونعم الوكيل ⚖️🇮🇳☝😢
🤰🏻🤱🏼👩👦 ❤️ Noor Bano Sayed Abdul Jabbar ❤️ Miss u mama every second I breath walla 😢
Inko bade logo se payar hai .
I was feel prouded to be an Indian muslim .
But now I feel guilty because of our foolishness political leader and our army who follow their o illigel orders .