केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भले ही आर्थिक मंदी की खबरों से इनकार कर रही हों, लेकिन उनके पति और आंध्र प्रदेश सरकार के पूर्व संचार सलाहकार पराकला प्रभाकर (Parakala Prabhakar) का मानना है कि देश इस वक्त आर्थिक संकट से जूझ रहा है।

अंग्रेज़ी अख़बार ‘द हिंदू’ में एक लिख लिखकर प्रभाकर ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था (Economy) की हालत खराब है और इसे सुधारने के लिए सरकार की तरफ़ से जरूरी कदम उठाए जाने की ज़रूरत है। लेकिन सरकार इस संकट से निपटने के लिए कोई रोडमैप नहीं पेश कर पाई है।

इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री (Nirmala Sitharaman) के पति ने मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि अगर सरकार इस संकट से निपटना चाहती है तो उसे पीवी नरसिम्‍हा राव (Narsimha Rao) और मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) सरकार के आर्थिक मॉडल को अपनाना होगा।

उन्होंने आगे कहा कि सरकार भले ही आर्थिक संकट की बात से इनकार रही है, लेकिन जो भी डाटा सामने आ रहे हैं वह दिखाते हैं कि एक सेक्टर के बाद दूसरा सेक्टर लगातार चुनौतीपूर्णा हालात का सामना कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि बीजेपी की एक मुश्किल ये है कि वह कारणों को मानना नहीं चाहती है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पति के इस बयान पर कवि कुमार विश्वास (Kumar Vishvas) ने तंज कसते हुए लिखा- अब देखना, भाई लोग ट्रेन टू पाकिस्तान में इनका भी RAC कन्फर्म करा देंगे।

वहीं इससे पहले निर्मला सीतारमण ने अपने पति के बयान पर काउंटर करते हुए कहा था कि मोदी सरकार के पहले कार्यकाल, 2014 से 2019 के बीच कई मूलभूत सुधार हुए। जीएसटी को लाया गया, आईबीसी और आधार को बढ़ाया गया। उज्ज्वला योजना से आठ करोड़ महिलाओं के घरों तक सिलेंडर पहुंचा। 12 लाख घरों को बिजली पहुंचाई। ये सब काम हमारी सरकार ने किए हैं।

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