शेयर बाजार में आज के दिन निवेशकों के 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा डूब गए।

सेबी ने बुधवार को भारत में विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (FPI) के नियमों में ढील देकर विदेशी निवेशकों की बढ़ती चिंताओं को कम करने की कोशिश की, उसने FPI के लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस को सरल बनाया। इसके लिए व्यापक योग्यता शर्तों को खत्म कर दिया गया और निवेशकों की कैटिगरी को भी तीन से घटाकर दो कर दिया। लेकिन बाजार को यह सुधार नाकाफी लगे है और गुरुवार को बाजार 6 महीने के निचले स्तर पर बंद हुआ. सेंसेक्स करीब 587 अंकों से ज्यादा टूटकर 36 हजार 472 के स्तर पर आ गया

बुधवार को बीएसई पर लिस्टेड कुल कंपनियों का मार्केट कैप 1,38,84,069.39 करोड़ रुपये था. वहीं गुरुवार को सेंसेक्स में बड़ी गिरावट से मार्केट कैप 2,20,836.62 करोड़ रुपये घटकर 1,36,66,251.05 करोड़ रुपये हो गया. इस लिहाज से गुरुवार को निवेशकों के 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा डूब गए।

आर्थिक मामले से जुड़ी दूसरी पोस्ट

जून 2018 में RBI ने एटीएम चलाने वाली कंपनियों के लिए एक नोटिफिकेशन जारी की थी.उसी वक्त बैक और एटीएम सर्विस प्रोवाइडर ने कह दिया था कि आरबीआई के सर्कुलर के हिसाब से अगर प्रक्रियाओं में बदलाव किए जाते हैं तो उनका खर्च बढ़ जाएगा बैंको को मजबूरन एटीएम बन्द करना होंगे, ……कुछ सरकारी बैंको के बीच मे मर्जर से देश मे बड़े पैमाने पर बैंक ब्रांचेस भी बन्द होने का खतरा भी मंडरा रहा था नोटबन्दी जीएसटी के बाद जिस तरह से मार्केट में मंदी आई है ऐसे में बैंकों से कर्ज लेने वालो की संख्या भी घटती जा रही हैं

कल इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में पता चला है कि देश के शीर्ष 10 सरकारी बैंकों ने कुल मिलाकर 5,500 ATM और 600 ब्रांच पिछले एक साल में बंद किए हैं, SBI ने जून 2018 से 2019 के बीच अब तक 420 ब्रांच और 768 ATM बंद किए हैं। वहीं, विजया और देना बैंक को मिलाने के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा ने कुल 40 ब्रांच और 274 ATM पर इस बीच शटर गिराया है। ब्रांच और ATM की संख्या घटाने वाले अन्य बैंकों में पंजाब नैशनल बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन ओवरसीज बैंक, यूनियन बैंक और इलाहाबाद बैंक शामिल हैं।

यदि एटीएम को लेकर सरकार का सख्त रुख कायम रहता है तो देश के कम से कम 1.13 लाख ओर एटीएम बंद हो सकते है एक तरफ तो मोदी सरकार देश मे बैंक सुविधाओं को बढ़ाने की, जनधन खातों की ओर डिजिटल इंडिया की बात करती है वही दूसरी तरफ बन्द होती एटीएम ओर बैंक ब्रांचेज असलियत सामने ला देती हैं।

गिरीश मालवीय 

नोट : इस पोस्ट को बोलता हिंदुस्तान ने सोशलवाणी में जगह दी है। इसको गिरीश मालवीय नेgirish.malviya सोशल मीडिया पर लिखा है।

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