यूपीए की सरकार से लेकर एनडीए सरकार तक बीजेपी का साथ देने वाले अर्नब गोस्वामी को आखिरकार मोदी सरकार ने ईनाम दे दिया है। अर्बन को नेहरु स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय का सदस्य बना दिया गया है।

हैरान करने वाली बात ये कि मोदी सरकार ने उन चार लोगों को बाहर का रास्ता दिखा दिया जो सरकार के फैसले से असहमति जता रहें थे।

दरअसल मोदी सरकार ने नेहरु स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय से कांग्रेस नेता जयराम रमेश समेत तीन लोगों को बाहर रास्ता दिखा दिया है। इन्हें निकालने के पीछे की वजह मोदी सरकार के संग्रहालय को लेकर कई मुद्दों पर असहमति थी। जयराम रमेश की माने तो उनके अलावा जो अन्य लोग निकले गए है वो काफी काबिल लोग थे।

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जिन लोगों को निकाला गया उनमें मशहूर अर्थशास्त्र नीतिन देसाई प्रोफेसर उद्यान मिश्रा और पूर्व ब्यूरोक्रेट बीपी सिंह जैसे नाम शामिल है।

जिन लोगों को उनकी जगह रखा गया है उनमें पत्रकार अर्नब गोस्वामी बीजेपी सांसद और भारतीय सांस्कृतिक सम्बंध परिषद् के अध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे को बीते 29 अक्टूबर संस्कृति मंत्रालय ने नोटिस जारी कर जानकारी दी है।

ये कोई पहली बार नहीं जब मोदी सरकार ने गोदी मीडिया के पत्रकार ईनाम दिया है इससे पहले जी न्यूज़ समूह के मालिक सुभाष चंद्रा को बीजेपी के टिकट से राज्यसभा भेजा जा चुका है।

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अब देखना ये है कि नेहरू की बुराई खोजने वाले अर्नब कैसे नेहरु स्मारक संग्रहालय में अपना योगदान दे पाते है।

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