बिहार (Bihar) में पानी का कहर अबतक जारी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जल्द से जल्द हालत सामान्य होने की बात कर रहें है। वहीं इससे पहले उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को घर में पानी भरने के कारण अपना घर तक छोड़ना पड़ गया था। अब एक बार फिर उनके घर पर पप्पू यादव (Pappu Yadav) पहुंचे जहां उनके घर पर बचे हुए लोगों को उन्होंने खाना और पानी दिया।

दरअसल बिहार के 15 जिलों में बीते महीने 26 सितंबर को ही रेड अलर्ट (Red Alert) जारी कर दिया था। मगर इसके बावजूद पटना समेत कई शहरों में पानी भर गया। पानी भरने के कहर का इस तरह से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) तीन दिन तक घर में कैद रहे और उन्हें रेस्क्यू कर निकालना पड़ा।

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वहीं अब उनके निकालने के बाद भी उनके पड़ोसी वहां अभी भी बेहाल और बिना मदद के राहत का इंतजार कर रहें थे। जब पप्पू यादव वहां पहुंचे तब उन्होंने वहां पहुंचकर तस्वीर सोशल मीडिया पर फोटो शेयर की और साथ ही ये भी कहा कि सुशील मोदी अपने पड़ोसी को छोड़कर भाग गए है।

पप्पू यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा- अभी हम सुशील कुमार मोदी के राजेंद्र नगर स्थित घर पर आये हैं, जहां जो भी लोग बचे हैं। उनको पानी और खाना दिया। इस इलाके में पानी अभी भी इतना लगा हुआ कि लोग बेहाल हैं, लेकिन सुशील मोदी जी अपने पड़ोसियों को छोड़ कर भाग खड़े हुए हैं।

उन्होंने आगे लिखा राजेंद्र नगर, रोड नंबर – 6,7 और 8 में लोग बारिश छूटने के पांच दिन बाद हलकान हो रहे हैं, क्‍योंकि यहां से पानी निकल ही नहीं रहा है। यहां की सुशील मोदी के मुहल्‍ले की स्थिति भी दयनीय है। वे जब मुहल्‍ला छोड़ कर भागे हैं, लोग बता रहे हैं कि उसके उन्‍होंने यहां की सुध ही नहीं ली। वाह रे नेता… शर्म करो।

गौरतलब हो कि पटना के लोगों को मदद पहुंचाने की कमान बिहार के नेता और मधेपुरा के पूर्व सांसद पप्पू यादव ने खुद ने संभाल रखी है। वो बाढ़ वाले इलाकों में जा रहे हैं और लोगों के बीच पैसे, खाना, पानी, दूध और दवाइयां बांट रहे हैं। उनके इस प्रयास की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है।

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बता दे कि बिहार में छह दिन बाद भी कंकड़बाग, अगम कुआं, बहादुरपुर, पाटलीपुत्र, राजीव नगर जैसे इलाकों में जलजमाव की स्थिति है। खास बात ये है कि ये बाढ़ से नहीं बल्कि जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने की वजह से हुआ। वहीं, पूरे बिहार में बाढ़ और इससे पैदा हुए हालात के कारण 27 से 29 सितंबर के बीच 73 लोगों की मौत हो चुकी है।

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