राफेल घोटाले के उजागर होने के बाद अब रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण तीन दिनों के लिए फ़्रांस के दौरे पर हैं। इस दौरे पर कल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सवाल उठाए थे कि रक्षामंत्री को फ्रांस में Dassault कंपनी जाना है इसलिए वे वहां के दौरे पर हैं।
अब सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण का कहना है कि रक्षा मंत्री की फ़्रांस यात्रा राफेल घोटाले की लीपापोती की कोशिश है।
सुप्रीम कोर्ट ने मोदी सरकार को लगाई फटकार, कहा-देश को समझाएं कैसे ख़रीदा ‘राफेल विमान’
प्रशांत भूषण ने सोशल मीडिया पर लिखा- सीतारमण की फ्रांस यात्रा जल्दी में राफेल घोटाले पर लीपापोती करने के लिए बनाई गई है। पहले कह रही थी कि यह भारत और फ्रांस के बीच में सरकारी सौदा है। लेकिन अब कह रही हैं कि वह डैसौ के फैक्ट्री में उन लोगों से बात करेंगे क्योंकि भारत ने डैसौ से सौदा किया है।
सीतारमण की फ्रांस यात्रा जल्दी में रफेल घोटाले पर लीपापोती करने के लिए बनाई गई है। पहले कह रही थी कि यह भारत और फ्रांस के बीच में सरकारी सौदा है। लेकिन अब कह रही हैं कि वह डैसौ के फैक्ट्री में उन लोगों से बात करेंगे क्योंकि भारत ने डैसौ से सौदा किया है!https://t.co/aqEvQl6Bgf
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) October 13, 2018
गौरतलब हो कि रक्षा मंत्री का दौरे पर इसलिए भी सवाल उठ रहा है क्योंकि पिछले दिनों फ़्रांस की न्यूज़ वेबसाईट मीडियापार्ट ने दावा करते हुए कहा था कि राफेल बनाने वाली कंपनी डैसौ एविएशन के नंबर दो अधिकारी लोइक सेलगन ने अपने 11 मई 2017 के एक प्रेजेंटेशन में अपने कर्मियों से कहा था कि रिलायंस के साथ उनका ज्वाइंट वेंचर सौदे के लिए अनिवार्य किया था।
राफेल पर नए खुलासे में फंसे मोदी: रिलायंस को पार्टनर बनाए बिना डसौल्ट से नहीं कर रहे थे डील
बता दें कि मीडिया रिपोर्ट की माने तो फ़्रांस मीडिया भारतीय रक्षा मंत्री दौरे को ज्यादा अहमियत नहीं दे रही है।
इसके पीछे की वजह फ़्रांस मीडिया का राष्ट्रवादी होने कहा जा रहा है। क्योंकि वहां की मीडिया नहीं चाहती कि उनके देश की कंपनी को किसी तरह का नुकसान हो।
यही वजह है कि भारतीय मीडिया में राफेल को लेकर अब जिस तरह हल्ला मचाया जा रहा है ऐसा कुछ फ़्रांस के मीडिया में नज़र नहीं आ रहा है
I don’t trust either PBhushan or Rahul Gandhi both are liars and power hungry don’t care for national interest