सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक गर्भवती महिला दर्द से रोती नज़र आ रही है। दावा किया जा रहा है कि यह महिला बीएड टीईटी अभ्यर्थी है, जो कि लखनऊ के इको गार्डेन में बहाली को लेकर योगी सरकार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रही थी।

प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने महिला के पेट पर लाठी मारी, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई और वह ज़ोर-ज़ोर से रोने लगी।

समाजवादी पार्टी की पूर्व प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक ने भी इस वीडियो को अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया है। उन्होंने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “आज BED TET 2011 के अभ्यर्थियों पर लाठियाँ बरसाते समय Up police ने गर्भवती महिला के पेट पर लाठी मार दी।

ये कैसा महिला सम्मान है? शर्म आती है योगी जी उत्तर प्रदेश की चीख़ें सुन कर शर्म आ रही है? या किसी और का दुःख दर्द महसूस करने की क्षमता ख़त्म हो चुकी है”?

अब इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है। दावा किया जा रहा है कि पुलिस महिला पर बयान बदलने का दबाव बना रही है। एबीपी न्यूज़ के एडिटर पंकज झा ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पीड़ित महिला का नाम मुक्ता कुशवाहा है, जिसे चोट लगने के बाद ज़िला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

योगी की पुलिस बनी हैवान, प्रदर्शन कर रही ‘गर्भवती महिला’ के पेट पर मारी लाठी

पंकज ने बताया कि महिला को अब अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। जिसके बाद पुलिस उसपर बयान बदलने का दबाव बना रही है। पंकज ने पोस्ट के साथ पीड़िता की अस्पताल की रसीद भी शेयर की है।

बता दें कि पिछले सात सालों से नाराज़ बीएड टीईटी-2011 पास अभ्यार्थी अपनी बहाली को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन न ही उनकी कोई सुनवाई हो रही है और न ही उनके बारे में सरकार कोई फैसला कर पा रही है।

इससे पहले जून में योगी सरकार ने आश्वासन दिया था कि वो जल्द ही दो चरणों में बातचीत करेगी। मगर अभी करीब दो महीने गुज़र जाने के बाद भी इसपर कोई फ़ैसला नहीं लिया गया।

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