पिछले 111 दिनों से गंगा की सफाई के लिए हरिद्वार में अनशन कर रहे प्रोफेसर जीडी अग्रवाल का गुरुवार को निधन हो गया। बुधवार को उत्तराखंड पुलिस प्रोफेसर अग्रवाल को अनशन स्थल से जबरन उठाकर अस्पताल ले गई थी।

उत्तराखंड से दिल्ली लाते समय उनका निधन हो गया। प्रोफेसर और पर्यावरणविद जीडी अग्रवाल को स्वामी सानंद के नाम से भी जाना जाता है।

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प्रोफेसर जीडी अग्रवाल आईआईटी कानपुर में फैकल्टी और भारतीय केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य भी रह चुके थे। वो 23 जून से गंगा की अविरलता और गंगा के लिए विशेष कानून बनाने के लिए सरकार से मांग कर रहे थे। अ

नशन के बाद स्वामी सानंद ने मंगलवार शाम को पानी भी त्याग दिया था। लेकिन एक बार फिर मोदी सरकार के ढुल-मुल रवैये के कारण एक सच्चा देशप्रेमी और गंगा भक्त ने गंगा के नाम पर अपने प्राण त्याग दिए।

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वहीं प्रोफेसर अग्रवाल के साथियों ने बुधवार को कहा था कि अगर अग्रवाल की मौत होती है तो इसकी जिम्मेदार केंद्र की मोदी सरकार होगी और उसको प्रकृति सज़ा देगी।

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