गुजरात से भगाए जा रहे यूपी बिहार के लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में राजनीति में सन्नाटा पसरा हुआ है।
पाटीदार आंदोलन के दौरान शांति की अपील करने वाले पीएम मोदी खामोश है। बिना नाम लिए मोदी अपने रैली में कांग्रेस पर समाज को बांटने का आरोप लगा रहें है। मगर सीधे सीधे कुछ नहीं बोल रहें है।
इस मामले पर पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी ने अपने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा-
मामला सिर्फ डालर/राफ़ेल/पेट्रोल-डीजल/बेरोज़गारी/संवैधानिक संस्थान/गोदी मीडिया/मंहगाई/ढहती इकनामी भर का नहीं है।
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पत्रकार ने आगे कहा कि मामला समाज को बांटने का है। मामला इकनामी को सत्ता की सौदेबाज़ी मे तब्दील करने का है। मामला अराजकता फैला कर सत्ता की हथेली पर सभी को नचाने का है।
मान लिजिए….
मामला सिर्फ डालर/राफ़ेल/पेट्रोल-डिजल/बेरोज़गारी/संवैधानिक संस्थान/गोदी मीडिया/मंहगाई/ढहती इकनामी भर का नहीं है….
मामला समाज को बॉंटने का है..
मामला इकनामी को सत्ता की सौदेबाज़ी मे तब्दील करने का है..
मामला अराजकता फैला कर सत्ता की हथेली पर सभी को नचाने का है..— punya prasun bajpai (@ppbajpai) October 9, 2018
बता दें कि गुजरात में 14 महीने की बच्ची से दुष्कर्म होने के बाद वहां गैर-गुजरातियों के खिलाफ हिंसा का माहौल बन गया है।
गुजरात में 23 साल से बीजेपी सत्ता में है तो सारे सवाल कांग्रेस से क्यों कर रही है मीडिया ?
हमले के खौफ से उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग गुजरात से पलायन करने को मजबूर है यही सिलसिला अभी जारी है।