सीबीआई में नंबर एक और नंबर दो की लड़ाई पर मोदी सरकार द्वारा लिए गए फैसले पर चारों तरफा आलोचना हो रही है।
जिस तरह से रातों-रात राकेश अस्थाना के समर्थन में सरकार ने 13 अधिकारियों के ट्रान्सफर कर दिए गए, उसके बाद विपक्षी दल से लेकर पत्रकारों ने इस फैसले पर अपना विरोध दर्ज किया है।
पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी ने सोशल मीडिया पर लिखा, मेरा देश बदल रहा है। आरोपी अगर अपने वरिष्ट पर आरोप लगा दें तो वरिष्ट की छुट्टी। आरोपी की जाँच करने वाली टीम का तबादला।
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मेरा देश बदल रहा है..
आरोपी अगर अपने वरिष्ट पर आरोप लगा दें तो वरिष्ट की छुट्टी…
आरोपी की जाँच करने वाली टीम का तबादला..
सीवीसी को सीबीआई डायरेक्टर को ठिकाने लगाने का अधिकार..
नये बिग बॉस एनएसए के सामने सारे संस्थान/अधिकारी नतमस्तक..नोट: देश का नाम गुजरात नहीं रखा जा सकता ?
— punya prasun bajpai (@ppbajpai) October 24, 2018
गौरतलब हो कि सीबीआई डायरेक्टर अलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया गया है।
सीबीआई ने नए चीफ एम नागेश्वर ने पदभार संभालते ही एक दर्जन से अधिक अधिकारीयों का ट्रान्सफर कर दिया।
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इन अधिकारीयों में सीबीआई डीएसपी अजय बस्सी का नाम भी शामिल है। डीएसपी अजय राकेश अस्थाना के खिलाफ दर्ज केस की जांच कर रहे थे।