रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) ने मोदी सरकार को 1 लाख 76 हजार करोड़ से ज्यादा का सरप्लस ट्रांसफर करने पर मुहर लगा दी है। रिजर्व बैंक ने बिमल जालान कमेटी की सिफारिशें मानते हुए इसकी मंजूरी दी।
RBI के इस फैसले पर सियासी बयान भी तेज हो चले है। कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है। राहुल ने लिखा कि आरबीआई ने जो गोली दी वो काम नहीं आने वाली है।
सरकार को 1.76 लाख करोड़ देगा RBI, सपा नेता बोले- इसीलिए अर्थशास्त्री की जगह सरकारी तोता बैठाया गया
राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री ने खुद ही इस आर्थिक आपदा को बुलावा दिया है और अब उनके पास इस आपदा का कोई हल नहीं है। राहुल गांधी ने तंज कसते हुए कहा कि RBI से चोरी करना डिस्पेंसरी से एक बैंड-एड चोरी कर गोली लगने से हुए जख्म पर लगाने जैसा है। जो काम नहीं आएगी।
PM & FM are clueless about how to solve their self created economic disaster.
Stealing from RBI won’t work – it’s like stealing a Band-Aid from the dispensary & sticking it on a gunshot wound. #RBILooted https://t.co/P7vEzWvTY3
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 27, 2019
गौरतलब हो कि बीते सोमवार RBI ने बयान जारी करते हुए कहा कि केंद्रीय बोर्ड की बैठक में स्वीकार किए गए। रिवाइज्ड इकनॉमिक कैपिटल फ्रेमवर्क के मुताबिक सरप्लस ट्रांसफर में साल 2018-19 का 1,23,414 करोड़ रुपये सरप्लस और 52,637 करोड़ अतिरिक्त प्रावधानों से आया पैसा शामिल है।
बता दें कि इससे पहले इसी पैकेज को लेकर मोदी सरकार और रिजर्व बैंक के बीच रिजर्व को लेकर मतभेद हो चुके हैं। इसी तनातनी के बीच ही रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने अपने पद से इस्तीफा तक दे दिया था।
दिसंबर 2018 में गतिरोध के बाद रिजर्व बैंक के कैपिटल फ्रेमवर्क के रिव्यू के लिए आरबीआई और सरकार कमेटी गठित करने पर राजी हुए थे।