प्रधानमंत्री को 49 हस्तियों ने लिंचिंग पर पत्र लिख अपनी चिंता व्यक्त की थी। अब ऐसे में मोदी सरकार समर्थक लोगों ने काउंटर चिट्टी लिख दी। खास बात ये भी रही की इस पत्र में सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी का बचाव किया कोई आकड़ा पेश नहीं किया गया है। पत्र को लिखने वालों में अभिनेत्री कंगना रानौत, फिल्मकार मधुर भंडारकर, गीतकार प्रसुन जोशी जैसे दिग्गजों के नाम शामिल है।

इस पत्र पर पत्रकार साक्षी जोशी ने सोशल मीडिया पर लिखा- मुझे एक बात समझ नहीं आती। 49 कलाकार अगर हमारे पीएम को ख़त लिखकर ये कहना चाहते हैं कि लिंचिंग हो रही है आपका ध्यान चाहिए, तो 62 कलाकार उन्हें anti-modi क्यों कह रहे हैं? अपने देश के पीएम को लिंचिंग के खिलाफ कार्रवाई करने को नहीं कहेंगे तो क्या पाकिस्तान के पीएम को कहेंगे?

गौरतलब हो कि प्रधानमंत्री मोदी के समर्थन में लिखे गए पत्र में गया है कि 49 हस्तियों ने जो पत्र प्रधानमंत्री मोदी को लिखा है उससे सरकार की छवि को बदनाम करने के कोशिश की जा रही है।

इस पत्र को लिखने फिल्म मेकर मधुर भंडारकर, विवेक अग्निहोत्री, फिल्ममेकर अशोक पंडित, प्रसिद्ध नृत्यकार मालिनी अवस्थी सहित कई दिग्गजों ने प्रधानमंत्री मोदी को लिंचिंग पर चिट्टी लिखने वालों से सवाल किया। जिसमें कहा गया कि जब नक्सल, माओवादी गरीब आदिवासियों की हत्या करते हैं, उन्हें निशाना बताने है तो इन लोगों की आवाज क्यों नहीं निकलती।

अब मोदी के बचाव में आए 62 ‘गोदी कलाकार’, पत्र लिखने वाली 49 हस्तियों को बताया हंगामेबाज

बता दें कि मोदी सरकार-2 में भी भीड़ हत्या और दलित मुस्लिमों पर होने वाले अपराधों पर फिल्म निर्देशक अदूर गोपालकृष्णन और अनुराग कश्यप और अपर्णा सेन समेत 49 हस्तियों ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में प्रधानमंत्री मोदी को नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो का हवाला देते हुए बताया की सिर्फ साल 2016 में 840 मामले दर्ज हुए जो सिर्फ दलितों के मामले में दर्ज हुए है। ऐसी घटनाओं पर सिर्फ निंदा करने से काम नहीं चलेगा।

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  1. इन भारत के गणमान्य, ख्याति प्राप्त,महानुभावों ने मॉबलिंचिंग और देश की मौजूदा स्थिति पर नियंत्रण हेतु मोदी जी से अपील ही की है,इसमें ऐसी कोई आपत्तिजरक बात नहीं है जिस पर एतराज़ किया जाय। विपक्षी बात का बतंगड़ बना रहे हैं जो कि उचित नहीं।मोदी जी को इन बुद्धिजीवियों के आशय को गंभीरता से विचार कर आज की मॉब लीचिंग जैसी भयावह स्थिति पर नियंत्रण पाने की ओर कदम उठाना चाहिए। इस चिट्ठी को अन्यथा नहीं लेना चाहिए।

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