जलवायु परिवर्तन (Climate Change) पर लंबा-लंबा भाषण देने वाली सरकारें आज पेड़ काटवा रही है। हाईकोर्ट ने भी मेट्रो और पेड़ में से मेट्रो को चुना है। बीते शुक्रवार की सुबह बॉम्बे हाईकोर्ट की ओर से आरे कॉलोनी में मेट्रो कारशेड बनाने के लिए 2700 पेड़ों को काटे जाने के खिलाफ दायर याचिका को खारिज करने के बाद शुक्रवार रात 8 बजे से ही पेड़ों को काटना शुरू कर दिया गया।
अबतक तक पेड़ों का कटना जारी है। वहीं एनडीटीवी के अनुसार, पेड़ काटने का विरोध कर रहें प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि बीएमसी (BMC) ने पेड़ों को काटने के लिए मिली अनुमति को अपने वेबसाइट पर नहीं डाला है और कानून के अनुसार वेबसाइट पर अनुमति की कॉपी को डालने के 15 दिनों के बाद पेड़ काटे जा सकते हैं।
पेड़ काटने के खिलाफ तमाम हस्तियों ने इसके खिलाफ आवाज उठाई है। वहीं सोशल मीडिया पर एक यूज़र ने पेड़ काटने की कार्यवाई को सर्जिकल स्ट्राइक करार दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- क्या आपको लगता है कि भारत ने केवल पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक किया? गलत।
पिछली रात जब हममें से अधिकांश सो रहे थे, महाराष्ट्र बीजेपी सरकार ने #AareyForest, मुंबई के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक किया। आधी रात को लगभग 400 पेड़ काटे गए।
अधिकारियों ने अपराधियों की तरह छीना और लोगों द्वारा यह पता लगाने से पहले कि क्या हो रहा है, इससे पहले भी 100 पेड़ों की ह त्या कर दी।
क्या आपको लगता है कि लॉकडाउन केवल कश्मीर में हुआ? गलत।
कल रात मुंबई में पूरी आरे कॉलोनी बंद कर दी गई। मुंबई पुलिस ने पूरे वन क्षेत्र को बंद कर दिया और किसी को अंदर नहीं जाने दिया। जिन आदिवासियों या सेव आरे कार्यकर्ताओं ने विरोध किया था, उन्हें वैन में खींचकर ले जाया गया।
क्या आपको लगता है कि सरकार लोगों के लिए है? गलत।
कल रात महाराष्ट्र सरकार उन लोगों के खिलाफ लड़ रही थी जिन्होंने उन्हें वोट दिया था और सबसे डरपोक तरीके से, कभी भी।
अस्वीकरण: यदि आपकी आँखें अब नहीं खुलती हैं, तो वे कभी नहीं करेंगे। महाराष्ट्र, यह सिर्फ आरे के कुछ आदिवासियों या पेड़ों के बारे में नहीं है, यह हम सभी के बारे में है। जागें और सुनिश्चित करें कि आप इस बार अपनी आँखों से मतदान करें। लेकिन फिर, मुझे पूरा यकीन है कि तुम नहीं करोगे।