दिल्ली के तुगलकाबाद इलाके में संत रविदास मंदिर गिराए जाने को लेकर बीते बुधवार को रामलीला मैदान में विरोध प्रदर्शन हुआ। कल रामलीला मैदान में भारी भीड़ के साथ आकर विरोध दर्ज करने के बाद आज समाज कल्याण मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम ने दिल्ली विधानसभा में भी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने दिल्ली विधानसभा में कहा- ‘आपकी आस्था, आस्था है, हमारी आस्था, आस्था नहीं है। आपका मंदिर है, हमारे सामाज का मंदिर, मंदिर नहीं है? ऐसे नहीं चलेगा, DDA ने संत गुरु रविदास मंदिर के मामले को कोर्ट के समक्ष ठीक से नहीं रखा।’
आपकी आस्था, आस्था है, हमारी आस्था, आस्था नहीं है।
आपका मंदिर है, हमारे सामाज का मंदिर, मंदिर नहीं है ?
ऐसे नहीं चलेगा, DDA ने संत गुरु रविदास मंदिर के मामले को कोर्ट के समक्ष ठीक से नहीं रखा – @AdvRajendraPal pic.twitter.com/FV87ak61a3— Aam Aadmi Party Delhi (@AAPDelhi) August 22, 2019
साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की डीडीए, बीजेपी को पार्टी मुख्यालय बनाने के लिए तो जमीन दे सकती है, पर संत गुरु रविदास जी के मंदिर के लिए जगह नहीं दे सकता है, ये पक्षपात नहीं चलेगा!
केंद्र सरकार की DDA, BJP को पार्टी मुख्यालय बनाने के लिए तो जमीन दे सकती है, पर संत गुरु रविदास जी के मंदिर के लिए जगह नहीं दे सकता है, ये पक्षपात नहीं चलेगा ! – @AdvRajendraPal pic.twitter.com/vx3UfB54Qs
— AAP (@AamAadmiParty) August 22, 2019
दरअसल दिल्ली के तुग़लकाबाद में 10 अगस्त की सुबह दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गुरु रविदास मंदिर को ढहा दिया था। इसके बाद तमाम दलित संगठन और बहुजन समाज के नेता मामले में सक्रीय हो गए हैं।
बता दें कि रविदास जी 15वीं और 16वीं सदी के भक्ति आंदोलन के अहम संतों में गिने जाते हैं और पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और भारत के कई इलाक़ों में उनके अनुयायी बड़ी संख्या में मौजूद हैं। जो अनुयायी प्रदर्शन कर रहे थे उनका कहना था कि हमारे गुरु रविदास का मंदिर नहीं बना तो हम राम मंदिर भी नहीं बनने देंगें।