1. भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार में विपक्षी दलों के  नेताओं की हत्या रुकने का नाम नहीं ले रही है। अब संभल के चंदौसी से सपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी छोटेलाल दिवाकर और उनके बेटे सुनील दीवाकर की गोलीमार कर हत्या कर दी गई है।

दिवाकर दलित समाज से ताल्लुक रखते हैं। बहजोई थाना के शमशोई गांव में मंगलवार की सुबह समाजवादी पार्टी के नेता छोटेलाल और उनके बेटे सुनील की दबंगों द्वारा सरेआम ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई।

एक शख्स जो विधायकी का उम्मीदवार रहा हो उनको दबंगों ने सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी, तो फिर योगी राज में एक आम नागरिक कितना सुरक्षित है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

दरअसल, समाजवादी पार्टी के नेता छोटेलाल दिवाकर की पत्नी गाँव की प्रधान हैं। ऐसे में पत्नी का ज्यादातर काम छोटेलाल ही देखते थे। छोटेलाल मंगलवार की सुबह अपने बेटे सुनील दिवाकर के साथ गांव की आबादी से बाहर मनरेगा के अंतर्गत बन रही सड़क का जायज़ा लेने पहुंचे थे।

इसी दौरान गांव के दबंग सड़क के आगे अपना खेत होने का दावा करने का हवाला देते हुए काम बंद करने को कहा। छोटेलाल ने सड़क का काम बंद करने से इनकार कर दिया। छोटेलाल के इनकार करते ही दबंगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। पिता की हत्या होते देख बेटे सुनील दिवाकर ने भागकर अपनी जान बचानी चाही। इतने में हत्यारों ने सुनील को दौड़ा कर गिरा लिया और सुनील पर गोलियां बरसा दीं।

बता दें कि बीते विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने छोटेलाल को चंदौसी विधानसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया था।

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