केंद्र की मोदी सरकार को आर्थिक मोर्चे पर लगातार विफल होती जा रही है, इकॉनमी स्लोडाउन जारी है। आठ प्रमुख उद्योगों का उत्पादन सितंबर में 5.2 प्रतिशत घट गया है। बुनियादी क्षेत्र के आठ उद्योगों में से साथ के उत्पादन में सितंबर में गिरावट आई है। जबकि, गुरुवार को आए ताज़ा आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक सितंबर 2018 में बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 4.3 प्रतिशत बड़ा था।
आठ प्रमुख उद्योगों के सूचकांक में कच्चा तेल, कोयला, सीमेंट, स्टील, बिजली, उर्वरक और रिफाइनरी के उत्पाद शामिल हैं। ये सभी उद्योग केंद्र सरकार के अंतर्गत आते हैं। ये आठ उद्योग इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (IIP) के करीब 40 फीसदी हिस्से का प्रतिनिधितत्व करते हैं।
बता दें कि इन आठ उद्योगों में गिरावट लगातार दूसरी बार है। इससे पहले साल 2019 में फिर हुई थी। इन उद्योगों में सिर्फ उर्वरक क्षेत्र का उत्पादन 5.4 प्रतिशत बढ़ा है।
समाजवादी पार्टी के नेता सुनील सिंह यादव ने आठों उद्योगों में गिरावट को लेकर चिंता जाहिर करते हुए पीएम नरेन्द्र मोदी को घेरा है। उन्होंने ट्वीट करके लिखा है कि, “जुबां पर जुमला और नियत में इनके दंगा है सत्ता के लिए इनका हर सिद्दांत नंगा है गरीब की रोटी छीनी, अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ी और साहब कह रहे हैं कि भारत में सब चंगा है।”
जुबां पर जुमला और नीयत में इनके दंगा है
सत्ता के लिये इनका हर सिद्धान्त नंगा है
गरीब की रोटी छीनी, अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ी और
साहब कह रहे कि भारत मे सब चंगा है#Economyslowdown @yadavakhilesh https://t.co/3QRYauXujb @NavbharatTimes— Sunil Singh Yadav (@sunilyadv_unnao) November 1, 2019
गौरतलब है कि मोदी सरकार को आर्थिक मोर्चे पर एक और झटका लगा है। वैश्विक प्रतिस्पर्धा सूचकांक (Global Competitive Index) में भारत 10 स्थान फिसलकर 68वें स्थान पर आ चुका है। पिछले साल भारत इस सूचकांक में 58वें स्थान पर था।