बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने देश में बढ़ती मॉब लिं.चिंग की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने मॉब लिं.चिंग को महामारी बताते हुए कहा है कि इसे रोके जाने की आवश्यक्ता है।
गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए स्वरा ने कहा, “मॉब लिं.चिंग देश में सबसे बड़ी समस्याओं में से एक बनती जा रही है। मुझे नहीं लगता कि इस तरह की बढ़ती जा रही घटनाओं को हम नजरअंदाज कर सकते हैं या इससे मुंह मोड़ सकते हैं। यह मॉब लिं.चिंग एक महामारी बन चुकी है जो फैले ही जा रही है।”
स्वरा भास्कर ने यह बातें तब कहीं जब उनसे मॉब लिंचिंग को लेकर गायक, लेखक और फिल्म निर्माताओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र के बारे में पूछा गया। स्वरा ने इस खत की तारीफ करते हुए कहा कि “ये अच्छा है कि ये सभी पीएम मोदी का ध्यान इस ओर आकर्षित कर रहे हैं। यह देश में किसी ‘ट्रेजिक इवेंट’ से कम नहीं।”
उन्होंने पीएम मोदी को पत्र लिखने वालों की तारीफ करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि ये सभी मिलकर अच्छा काम कर रहे हैं और पीएम को इस खत के जरिए बता रहे हैं कि देश में क्या कुछ हो रहा है। मैं पिछले 3 से 4 सालों से इस मुद्दे पर गंभीरता से बात करने की कोशिश करती रही हूं। इसके लिए मैंने ‘मानव सुरक्षा कानून’ से भी बात की। लेकिन अब स्थिति और भी भयानक हो गई है।
बता दें कि 23 जुलाई को कला, शिक्षा एवं चिकित्सा जगत से जुड़ी 49 हस्तियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मॉब लिं.चिंग की घटनाओं में दोषियों को सख्त सज़ा देने की मांग की थी। पीएम मोदी को पत्र लिखने वालों में फिल्मकार अडूर गोपालकृष्णन और अपर्णा सेन, गायिका शुभा मुद्गल, इतिहासकार रामचंद्र गुहा समाजशास्त्री आशीष नंदी जैसी हस्तियों के नाम शामिल थे।
इन लोगों ने हाल में घटी मॉब लिं.चिंग की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए पत्र में लिखा था, ‘मुस्लिमों, दलितों और अन्य अल्पसंख्यकों की पीट-पीटकर मारने के मामलों को तत्काल रोकना चाहिए’।
Biggest mob lynching happened during 1984 all over India and culprits are roaming free and there is no voice … Biggest lyncher was Rajiv Gandhi.. swara must comment