प्रतीकत्मक तस्वीर

बिहार में कानून-व्यवस्था के साथ साथ स्वास्थ्य व्यवस्था भी फेल होती नज़र आ रही है। यही वजह है कि जब गंभीर रूप से घायल एक शख्स अस्पताल में इलाज कराने पहुंचा तो उसकी मुसीबत कम होने के बजाय बढ़ गई। इलाज के दौरान कोई कुत्ता उसका कटा हुआ पैर लेकर भाग गया। अस्पताल की लापरवाही से पीड़ा सहने वाले इस शख्स ने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया।

दरअसल बक्सर रेलवे स्टेशन पर श्रमजीवी एक्सप्रेस में चढ़ने के दौरान एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति रामनाथ मिश्रा दाहिना हाथ और दाहिना पैर लगभग कट गया था। आनन फानन में जीआरपी ने सदर अस्पताल पहुँचाया, जहां उनका इलाज होने लगा।

चमड़े से लटकते पैर को डॉक्टरों ने काटकर अलग कर दिया और मरहमपट्टी कर इलाज करने लगे। इसी दौरान एक कुत्ता आया और घायल का कटा हुआ पैर लेकर भाग गया।

इसपर अस्पताल ने फिलहाल कुछ भी कहने से मना कर दिया है।

बताया जा रहा है कि मृतक आरा का रहनेवाला था, जो बक्सर से आरा जा रहा था।

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इस शर्मनाक घटना के बाद बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार के सुशासन पर सवाल उठाया।

उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- ख़बर पढ़कर जनादेश चोर, सज़ायाफ्ता थीसिस चोर एवं हत्या आरोपी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को गवर्नेंस पर नंबर दिजीए।

क्या बिहार में ‘दंगाईयों’ के हौंसले इसलिए बुलंद हैं कि ‘सांप्रदायिकता’ पर लगाम लगाने वाले लालू जेल में हैं ?

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