2019 लोकसभा चुनाव के लिए बहुत ज़्यादा समय नहीं बचा है। इसलिए अब मोदी सरकार की ओर से दावा किया जा रहा है कि पिछले चार सालों में देश में बहुत कुछ बदल गया है। एक बदलाव के बारे में रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) ने भी अपनी रिपोर्ट में बताया है। कर्ज
पिछले चार सालों में भारतीय परिवारों के ऊपर कर्ज लगभग दोगुना हो गया है। आरबीआई ने बताया है कि मार्च 2018, तक ये कर्ज 6.74 लाख करोड़ रहा। जो चार साल पहले के मुकाबले 80 प्रतिशत ज़्यादा है।
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डाटा बताता है कि बैंकों से लिए कर्जें में बहुत ज़्यादा बढ़ोतरी हुई है। भारतीय परिवारों पर 2017-18 में 71.5 प्रतिशत बढ़कर ये कर्ज 4.3 लाख करोड़ हो गया है। जबकि इस से पहले चार सालों तक ये घट रहा था।
गौरतलब है कि नोटबंदी नवम्बर 2016, में लागू की गई थी। ये डाटा अप्रैल 2017 से मार्च 2018 तक का है।
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2012-13 से 2016-17 तक भारतीय परिवारों ने बैंकों से कम पैसा उधार लिया। इसके बजाए उन्होंने दूसरे स्रोतों से पैसा लिया। इस दौरान ये कर्ज 3 प्रतिशत से बढ़कर 9 प्रतिशत सालाना पर चला गया।