केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के दो साल बाद उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी। बीजेपी के पास मुख्यमंत्री पद के लिए कोई सर्वमान्य चेहरा नहीं था।
जीतने के बाद काफी मुश्किल और लंबी चर्चाओं और संघ के दखल के बाद गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री चुन लिया गया।
अगर आप लखनऊ में है तो आपका कहीं भी एनकाउंटर हो सकता है, इसलिए मुस्कुराइए नहीं बल्कि ‘घबराइये की आप लखनऊ में हैं’ : संजय सिंह
ये फ्लैशबैक इसलिए क्योंकि प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था और फर्जी एनकाउंटरों की वजह से योगी सरकार पर कई सवाल खड़े उठ रहे हैं।
उसपर से सीएम योगी का वो मुस्कुराता हुआ चेहरा विवेक तिवारी के परिजनों के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम कर रहा है। रोते बिलखते परिवार को अपने हाल पर छोड़ बेपरवाह मुख्यमंत्री उद्घाटन में मुस्कुराते हुए नज़र आ रहे है।
लगेगी आग तो आएंगे ‘तिवारी’ के भी घर ज़द में, यहाँ पे सिर्फ़ ‘दलितों और मुसलमानों’ का मकान थोड़ी है!
ये उस उत्तम प्रदेश के मुख्यमंत्री की तस्वीर जो प्रदेश को अपराध मुक्त करने की बात करता है। लोग मरते रहे, लुटते रहे मगर सीएम योगी महन्त अवेद्यनाथ जी महाराज के चौथी पुण्यतिथि मानाने में व्यस्त है।
राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महन्त अवेद्यनाथ जी महाराज के चौथी पुण्यतिथि के अवसर पर श्री गोरखनाथ मंदिर, गोरखपुर पधारे श्री राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष एवं श्री मणि रामदास जी छावनी, अयोध्या के पूज्य महंत श्री नृत्य गोपाल दास जी महाराज का स्वागत किया। pic.twitter.com/WXbsvWFwT8
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 29, 2018
परिवार भले ही अपनी मांगों को लेकर अभी भी धरने पर बैठा हो और मांग कर रहा हो कि योगी जी जिन्हें हमने वोट दिया वो जब तक नहीं आयेंगें और हमारी मांगों को पूरा नहीं करेंगें वो अंतिम संस्कार नहीं करेंगें।
We've 3 demands: SIT to be formed for probe,job for his wife&right amount of compensation.Also,we’re waiting for Yogi ji to come here,else we'll take Vivek’s body to his residence. If he can’t come, we'll go: Brother of Vivek Tiwari who was shot at by police last night in Lucknow pic.twitter.com/izfzDg028M
— ANI UP (@ANINewsUP) September 29, 2018
मगर सीएम योगी को इतनी फुर्सत कहां, वो तो सत्ता के नशे में चूर अपने साथी बाबाओं के साथ फोटो खिचवाने में व्यस्त हैं और उनसे सवाल करने वाला मीडिया खामोश बैठा हुआ है क्योंकि बकौल बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, जो पुलिस तैनात है वो योगी सरकार की नहीं अखिलेश और मुलायम सरकार की है।
भले ही सीएम योगी ने निष्पक्ष जांच की मांग कर दी हो मगर परिजनों की माने तो परिवार पर पूरा दबाव बनाया जा रहा की वो अपने मांगों को वापस ले लें।
क्या हमने BJP को इसलिए वोट दिया था कि वो मेरे पति को मारकर मेरे बच्चों को अनाथ कर दें : विवेक तिवारी की पत्नी
परिवार की तीन मांगें- पहली एक करोड़ मुआवजा, दूसरी इस फर्जी एनकाउंटर की एसआईटी जांच और तीसरी एक सरकारी नौकरी की।
बता दें कि यूपी पुलिस देर रात लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में एक शक्श गोली मार हत्या कर दी। गोली चलाने वाला सिपाही जहां खुद की गलती मानने से इंकार कर रहा है।
वहीं मृतक की पत्नी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जवाब मांगा है, मगर सीएम योगी फिलहाल सिर्फ माला पहनने में व्यस्त है।