बुलंदशहर हिंसा में लिप्त दंगाइयों को जमानत मिल चुकी है। इस मामले पर इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की पत्नी रजनी सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए बड़ा बयान दिया है। उन्होंने खुलासा किया कि जेल से कई बार धमकी भरे कॉल आ चुके हैं।
अब सभी सातों आरोपी जेल से बाहर आ चुके है, ऐसे में वे लोग उनकी और उनके बच्चों की ह त्या करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट को इन सातों की जमानत निरस्त कर देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वो खुद इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से करेगी।
आरोपियों का स्वागत फूल-मालाओं से करने पर रजनी ने कहा कि यह पूरी तरह गलत है, क्योंकि उनके पति देश की सेवा करते हुए शहीद हो गए, जबकि आज गुनहगारों का स्वागत किया जा रहा है। वहीं पुलिस पर सवाल खड़े करते हुए इंस्पेक्टर सुबोध की पत्नी ने कहा कि आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई।
क्या है मामला?
दरअसल बुलंदशहर हिंसा के आरोपी जीतू फौजी, शिखर अग्रवाल, हेमू, उपेंद्र सिंह राघव, सौरव और रोहित राघव शनिवार को कोर्ट से जमानत लेकर जैसे ही जेल से बाहर आए, हिन्दूवादी संगठन से जुड़े लोगों ने फूल माला पहनाकर उनका स्वागत करने लगे।
इस दौरान भारत माता की जय, वन्दे मातरम और जय श्री राम के नारे लगाए गए। शिखर अग्रवाल भाजपा युवा मोर्चा के स्याना के पूर्व नगर अध्यक्ष हैं। जबकि उपेंद्र सिंह राघव अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद के विभाग अध्यक्ष हैं।
घटना से पहले वह विश्व हिंदू परिषद के विभाग अध्यक्ष रह चुके थे। इस दौरान पूरी घटना का वीडियो किसी ने बना लिया। ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में आरोपियों को फूलों की माला पहनाई जा रही है। कुछ लोग वीडियो रिकॉर्ड कर रहे हैं और कुछ लोग आरोपियों के साथ फोटो खिचवा रहे हैं।
बता दें कि पिछले साल तीन दिसंबर को स्याना के चिंगरावटी गांव में गौकशी की अफवाह के बाद हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की गोली मारकर ह त्या कर दी गई थी। बदमाशों ने सरकारी वाहन और पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया था। इस मामले में यूपी पुलिस ने मामला दर्ज कर 38 लोगों को जेल भेजा था। 38 में से 6 आरोपी साढ़े सात महीने के बाद जेल से जमानत पर रिहा होकर शनिवार को बाहर निकले थे।
साभार- न्यूज़ 18