कर्नाटक में इनकम टैक्स (Income Tax) अधिकारीयों ने कांग्रेस के दो नेताओं से जुड़ी 30 जगहों पर छापा मारा है। उनके यहाँ से 4 करोड़ से ज़्यादा नकद रूपए ज़ब्त किए गए हैं।

मेडिकल सीटों को बेचने के आरोप के चलते कर्नाटक के पूर्व उप मुख्यमंत्री जी. परमेश्वर (G Parameshwara) और पूर्व सांसद आर. एल. जालप्पा को इनकम टैक्स ने शक के घेरे में लिया है। दोनों नेताओं पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का इस्तेमाल अपने निजी फायदे के लिए किया था।

कर्नाटक (Karnataka) में 300 से ज्यादा इनकम टैक्स अधिकारी द्वारा ये छापेमारी की जा रही है। जी. परमेश्वर का कहना है कि उनके द्वारा चलाए जा रहे शिक्षण संस्थान पर छापा पड़ा है।

दरअसल, ख़ुफ़िया विभागों को ये जानकारी मिली थी कि राज्य में मेडिकल सीटों को बेचा जा रहा है। इसके लिए छात्रों से 50 से 60 लाख रूपए तक लिए जा रहे हैं। 300 से ज्यादा इनकम टैक्स अधिकारी द्वारा ये छापेमारी की जा रही है। इनकम टैक्स विभाग का कहना है कि इस छापेमारी के चलते उन्हें कईं ज़रूरी कागज हाथ लगे हैं। इनसे ये साबित किया जा सकता है कि मेडिकल कॉलेज के दाखिले में धांधलेबाजी की जाती थी।

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कांग्रेस नेता सिद्धारमैया (Siddaramaiah) का कहना है कि इन रेड्स का कारण राजनैतिक है। उन्होंने कहा, ये लोग केवल कर्नाटक कांग्रेस के नेताओं को अपना निशाना बना रहे हैं क्यूंकि ये निति और भ्रष्टाचार (Corruption) के मुद्दों पर हमारा सामना नहीं कर सकते।”

आपको बता दें कि इनकम टैक्स अधिकारीयों ने सिद्धार्थ मेडिकल कॉलेज में भी छापा मारा है। ये कॉलेज सिद्धार्थ अकादमी ऑफ़ हायर एजुकेशन से एफिलिएटेड है और परमेश्वर यहाँ पर चांसलर भी हैं।

परमेश्वर का परिवार सिद्धार्थ ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटयुशंस का मालिक है जिसे उनके पिता एच. एम. गंगाधरैया ने 58 साल पहले खोला था।

अधिकारियों ने उनके भाई शिवप्रसाद और निजी सहायक रमेश के घर भी छापा मारा है। इसी के साथ-साथ संसाद राजेंद्र आर. एल. जालप्पा इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी को चलाते हैं। उनके यहाँ भी छापे पड़े हैं।

जहाँ एक तरफ कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इस छापेमारी की वजह है की उनकी पार्टी सरकार से सवाल करती है, तो वहीं दूसरी तरफ अधिकारियों के हिसाब से ये नेता मेडिकल सीटों को गैरकनूनी ढंग से बेच रहे थे।

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