कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने SBI द्वारा 220 डिफाल्टरों के 76,600 करोड़ रुपये के बैड लोन को राइट ऑफ करने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कमज़ोर होती अर्थव्यवस्था और डिफाल्टरों के कर्ज़े को माफ़ करने पर सरकार पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया है।

प्रियंका ने लिखा- “किसानों को जेल में डाला जा रहा है। अर्थव्यवस्था (Economy) खस्ताहाल है, लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है। मुंबई में PMC बैंक से जुड़े लोग चीख रहे हैं। लेकिन भाजपा सरकार किसके लिए रेड कार्पेट बिछाते हुए 76,000 करोड़ के लोन माफ कर रही है? कौन ले गया ये पैसा?”

मोदी सरकार पर अर्थव्यवस्था को मज़बूत करने के बजाए कमज़ोर करने के आरोप लग रहे हैं। जहाँ एक तरफ देश की GDP की विकास दर गिर गयी है, तो वहीँ दूसरी तरफ सरकारी बैंक अमीर लोगों का कर्ज़ा माफ़ कर रहा है। एक RTI के जवाब में सामने आया है कि एसबीआई (State Bank of India) ने 220 डिफाल्टरों के 76,600 करोड़ रुपये के बैड लोन को राइट ऑफ कर दिया है।

मोदी ने अमीरों का 76,000,00,00,000 माफ कर दिया, आप बैठकर गिनिए कि इसमें कितने ‘जीरो’ होंगे

दरअसल, सीएनएन-न्यूज 18 की खबर के अनुसार, एक आरटीआई में ये जानकारी मिली है कि बैंक ने अपने लोन को 100 करोड़ से अधिक और 500 करोड़ से अधिक कैटेगरी के दो ग्रुप में बांटा है। अब जो 220 कर्जदार अपना कर्जा नहीं चुका पा रहें है। उन्हें इसी क्रम में बैंक की ओर से 100 करोड़ से अधिक लोन लेने वालों का कुल 2.75 लाख करोड़ रुपये का लोन राइट ऑफ यानी माफ़ कर दिया गया।

आरटीआई के जवाब में बताया गया है कि साल 2019, 31 मार्च तक एसबीआई (SBI) ने 33 कर्जदारों से जिनपर 500 करोड़ या इससे अधिक लोन थे, से 37700 करोड़ रुपये वसूली नहीं कर पाई तो इस लोन को राइट ऑफ कर दिया है। इसके साथ ही बैंक ने 980 उधारकर्ताओं जिन्होंने 100 करोड़ से अधिक का लोन लिया था, को राइट ऑफ कर दिया है। बैड लोन को राइट ऑफ करने वाला एसबीआई एकमात्र बैंक नहीं है।

अब सवाल उठ रहा है कि जब BSNL और MTNL जैसी सरकारी कंपनियां बिकने की कगार पर है, अर्थव्यवस्था कमज़ोर हो चुकी है, तो सरकारी बैंकों ने इन अमीरों के कर्ज़े को क्यों माफ़ किया?

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here